देश में मेडिकल ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। केंद्र सरकार ऑक्सीनज की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अत्यधिक सक्रियता से कदम उठा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय में सचिव राजेश भूषण ने आज शाम नई दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि पिछले 10 महीनें में मेडिकल ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं देखी गई।
उन्होंने कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मेडिकल ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता की निगरानी के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय में नियंत्रण कक्ष बनाया गया था।
श्री भूषण ने कहा कि पिछले सात दिन में प्रत्येक दस लाख की जनसंख्या पर भारत में तीन सौ दस लोग संक्रमित हुए जो विश्व में सबसे कम में से एक है। उन्होंने कहा कि देश में कोविड-19 से स्वस्थ लोगों की संख्या 67 लाख से अधिक हो गई है जो विश्व में सबसे अधिक है।
उन्होंने कहा कि देश में कोविड मरीजों के स्वस्थ होने की दर निरन्तर बढ़ रही है और अब राष्ट्रीय स्तर पर स्वस्थ होने की दर 88 दशमलव छह-तीन प्रतिशत है। देश में इलाज करा रहे 64 प्रतिशत मरीज छह राज्यों में हैं।
इलाज करा रहे कुल मरीजों में से लगभग 50 प्रतिशत महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल में हैं। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि भारत में प्रति दस लाख की आबादी पर 83 लोगों की मृत्यु हुई और यह विश्व के उन देशों में शामिल है जहां प्रति दस लाख की आबादी पर कोविड मृत्यु दर सबसे कम है।
श्री भूषण ने कहा कि जांच की संख्या के मामले में भारत विश्व में दूसरे स्थान पर है। अब तक नौ करोड़ 61 लाख जांच की गई है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद-आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने बताया कि यदि पांच महीनों में किसी व्यक्ति में एंटीबॉडीज़ कम हो जाती है तो उसके दोबारा संक्रमित होने की आशंका है।
उन्होंने लोगों को मास्क लगाने की सलाह देते हुए कहा कि यदि व्यक्ति पहले संक्रमित हो चुका है तब भी उसे सतर्कता बरतनी चाहिए। (AIR NEWS)