प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि सामुदायिक सेवा महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर उन्हें सबसे अच्छी श्रद्धांजलि होगी। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए 11 सितम्बर से प्लास्टिक मुक्त भारत के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि लोगों को इस दौरान प्लास्टिक मुक्त भारत के अभियान में श्रमदान के जरिए महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर अमल करके उन्हें कार्यांजलि देनी चाहिए। प्रधानमंत्री आज आकाशवाणी से मन की बात के जरिए लोगों से संवाद कर रहे थे।
प्रधानमंत्री ने सिंगल यूज यानी दोबारा इस्तेमाल न होने वाले प्लास्टिक से मुक्ति पाने के लिए लोगों से इस अभियान में हाथ बंटाने का आह्वान किया।
उन्होंने सभी नगरपालिकाओं, जिला प्रशासनों, ग्राम पंचायतों और सभी संबंधित लोगों से प्लास्टिक के कचरे के संग्रह और भंडारण का प्रबंध सुनिश्चित करने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने कॉरपोरेट जगत से भी प्लास्टिक कचरे के सुरक्षित निपटारे का तरीका ढ़ूंढ़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक को रिसाइकिल किया जा सकता है और इसे ईंधन में बदला जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी न केवल सेवा की भावना पर जोर देते थे, बल्कि इससे होने वाली आत्मिक प्रसन्नता पर भी। उन्होंने कहा कि कोई भी सेवा तभी सार्थक होती है जब यह परमो धर्म की भावना से की जाती है।
उन्होंने कहा कि सेवा में स्वांत: सुखाय की भावना निहित होनी चाहिए। श्री मोदी ने कहा कि सितम्बर का महीना देशभर में पोषण अभियान के रूप में समर्पित है। भोजन के महत्व से जुड़े एक संस्कृत सुभाषित का उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने महिलाओं और नवजात शिशुओं सहित सभी लोगों के लिए संतुलित और पोषक आहार पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री ने बताया कि पोषण अभियान के तहत आधुनिक वैज्ञानिक तरीकों से पोषण आहार को एक जन-आंदोलन का रूप दिया जा रहा है। कुपोषण की चुनौतियों के संदर्भ में नासिक में प्रचलित ‘मुट्ठी भर’ अभियान जैसे लोकप्रिय अभियानों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह अब जन आंदोलन का रूप ले चुका है। इस योजना के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता फसल के मौसम में लोगों से मुट्ठीभर चावल इकट्ठा करती हैं जिसका उपयोग बच्चों और महिलाओं का भोजन बनाने के लिए किया जाता है। श्री मोदी ने 2010 में गुजरात सरकार द्वारा शुरू किए गये एक कार्यक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि इसके तहत अन्न प्राशन संस्कार के अवसर पर बच्चों को पूरक आहार दिया जाता है। उन्होंने कहा कि यह एक अच्छा प्रयास है जिसे देश भर में अपनाया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आगामी बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर देश भर में फिट इंडिया आंदोलन शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों को अपनी फिटनेस के बारे में जागरूक रहने की जरूरत है।
श्री मोदी ने कहा कि डिस्कवरी चैनल पर 'मैन वर्सिस वाइल्ड' के प्रसारण के बाद लोग वन्यजीवन और पर्यावरण संरक्षण के बारे में चर्चा कर रहे हैं।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि इससे विश्व को भारत की परंपराओं और प्रकृति के प्रति उसकी उदारता के बारे में जानने में मदद मिलेगी। उन्होंने लोगों से जिम कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान और पूर्वोत्तर सहित प्रकृति और वन्य जीवन से जुड़े स्थानों की यात्रा करने को कहा। प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर में प्रकृति की भव्यता और प्रचुरता पर आश्चर्य मिश्रित प्रसन्नत व्यक्त की।
भारत में इस समय दो हजार नौ सौ 67 बाघ होने का ज़िक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि भारत 2022 के निर्धारित लक्ष्य से पहले ही बाघों की संख्या दोगुनी करने में सफल रहा।
उन्होंने कहा कि यह न्यू इंडिया है जहां लक्ष्य समय से पहले पूरे किए जाते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि न केवल बाघों की संख्या बल्कि संरक्षित क्षेत्रों और सामुदायिक वनक्षेत्रों में भी वृद्धि हुई है।
उन्होंने पर्यावरण के संरक्षण से आगे बढ़कर पर्यावरण के प्रति उदारता के बारे में सोचने पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने लोगों से अगले तीन वर्षों में भारत के 15 पर्यटन स्थलों की यात्रा करने का आग्रह भी किया।
11 सितम्बर 1893 को स्वामी विवेकानंद के ऐतिहासिक भाषण का स्मरण करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस संबोधन ने पूरे विश्व को भारत के बारे में अपनी सोच बदलने के लिए बाध्य कर दिया था।
उन्होंने कहा कि देश में इस समय बारिश का मौसम है और लोग त्यौहारों और मेलों का आनन्द ले रहे हैं। श्री मोदी ने कहा कि कल देश भर में कृष्ण जन्माष्टी मनाई गई। यह पर्व हमेशा ही नई प्रेरणा और नई ऊर्जा लेकर आता है। प्रधानमंत्री ने बड़े रोचक अंदाज में चरखाधारी मोहन दास कर्मचंद गांधी और चक्रधारी भगवान कृष्ण के मोहन रूप की चर्चा की। (AIR NEWS)