भारत के पहले सौर मिशन - आदित्य एल-1 ने धरती की कक्षा बदलने की दूसरी प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी कर ली है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन - इसरो के टेलीमेट्री ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क ने इस प्रक्रिया का संचालन किया। एल-1 प्वाइंट की ओर अग्रसर उपग्रह अब 282 गुणे 40 हजार 225 किलोमीटर की पूर्व कक्षा से 245 गुणे 22 हजार 459 किलोमीटर की कक्षा में आ गया है। 125 दिन में एल-1 प्वाईट, जहां सूर्य और धरती की गुरूत्वाकर्षण शक्ति समान होगी, तक पहुंचने से पहले आदित्य एल-1 घरती की कक्षा बदलने की अभी चार प्रक्रिया को पूरी करेगा। कक्षा बदलने का तीसरा
प्रयास 10 सितम्बर को तड़के 2 बजकर 30 मिनट पर निर्धारित है। आदित्य एल-1 मिशन पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर स्थित एल-1 प्वाइंट पर सौर परिवेश के बारे में जानकारी जुटाएगा।इस महीने की 2 तारीख को पीएसएलवी-सी 57 से आदित्य एल-1 का सफल प्रक्षेपण किया गया था।
(AIR NEWS)