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कोराना महामारी मे राजनेताओं की राजनीति जनता पर भारी

By CJ Sandeep Gupta

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आज चारो तरफ विकराल रूप से फैल चुकी पुराना महामारी आमजन के लिए इतनी खतरनाक हो चुकी है कि मजदूर क्या व्यापारी भी और छोटे दुकानदार भी स्थानीय शासन और प्रशासन के रवैया से बहुत परेशान हो चुके हैं अगर यही हाल रहा रोटी रोटी के लाले पड़ने शुरू हो जाएंगे जब व्यक्ति अपना रोजगार दुकान या कारोबार नहीं खोल पाएगा तो कैसे व्यापार चलेगा और पैसे का आवागमन कैसे होगा जब तक भारतीय मार्केट के अंदर पैसे का आवागमन नहीं होगा जब तक व्यापार भी कुछ नहीं होगा और मुसीबत के मारे और कुदरत के मारे अब मजदूर भाई और बहनों को हमारे देश के राजनीतिक दलों ने अपनी राजनीति का मोहरा बनाकर उनको दरबदर कर दिया है आज देश और देश की सभी राज्य सरकारें और स्थानीय शासन प्रशासन जिस प्रकार आम जनता के अधिकारों पर और उनकी स्वतंत्रता पर आपदा कानून के तहत अतिक्रमण कर रहे हैं यह असहनीय है मामला आता है उत्तर प्रदेश का वहां कांग्रेस के विधायक और उनकी नेता प्रियंका गांधी अपनी गलतियों के कारण फर्जीवाड़े के चक्कर में राजनीतिक शिकार हो गए हैं और उत्तर प्रदेश में हमारे माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज जमीनी स्तर पर सराहनीय कार्य तो कर रहे हैं परंतु उनके स्थानीय विधायक सांसद उन कार्यों को प्रशासन की मदद से आम जनता तक पहुंचाने में असफल होते नजर आ रहे हैं इसका कारण केंद्र द्वारा दिए गए उत्तर प्रदेश राज्य को कोराना महामारी से संबंधित आदेश को उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारी सही प्रकार से जमीनी स्तर पर स्थानीय स्तर पर लागू नहीं कर पा रहे हैं जबकि हॉस्पिटलों में हमारे डॉक्टर नर्स और वार्ड बॉय और पूरा स्टाफ कोराना वोरियर के रूप में इमानदारी से कार्य कर रहे हैं और पुलिस विभाग भी ईमानदारी से कार्य कर रहा है परंतु उसके कुछ कर्मचारी आपदा कानून का दुरुपयोग कर रहे हैं ऐसे लोग आम जनता का चालान काटने के नाम पर शोषण कर रहे हैं और यह स्थिति उत्तर प्रदेश की कि नहीं हमारे देश के सभी राज्यों के शासन प्रशासन की है सबसे ज्यादा विकराल स्थिति तो महाराष्ट्र के शासन और प्रशासन की है जहां पर वहां के मुख्यमंत्री श्रीमान उधव ठाकरे जी अपनी आन्तरिक राजनीति के कारण पूरे फेल हो चुके हैं जो मुख्यमंत्री कोराना महामारी में अपनी आम जनता की और पुलिस विभाग के कर्मचारियों की और डॉक्टर नर्स इन लोगों की सुरक्षा नहीं कर पा रहा है तो आप समझ सकते हैं इस राज्य में शासन भगवान भरोसे चल रहा है और पश्चिम बंगाल में तो हमारी दीदी मुख्यमंत्री माननीय ममता बनर्जी जी तो धर्म की राजनीति में इतनी व्यस्त है कि मालूम नहीं कितने कोराना मरीज उत्पन्न करेगी या कितने बेचारे लोग अपनी जान से हाथ धो बैठेंगे और देश का दिल कहलाने वाली हमारे देश की राजधानी दिल्ली का तो इतना बुरा हाल है की पूरी दिल्ली रेड जोन होने के बावजूद हमारे मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल जी ने बाजार रोशन कर दिए हैं रोक तो कहीं नजर नहीं आ रही है और कोराना मरीजों के आंकड़ों में इतना फर्जीवाड़ा कर दिया है कि यह नहीं पता चल रहा की दिल्ली में असलियत में कितने कोराणा मरीज हैं कितने मर गए हैं कितने ठीक हो रहे हैं क्योंकि उनका अब नया बहाना शुरू होने वाला है की दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं है इस प्रकार की राजनीति ने और रेल राजनीति ने और वाहन राजनीति ने मजदूर बहन भाइयों का सबसे ज्यादा शोषण किया है इसके जिम्मेदार हमारे देश के सभी राजनीतिक दल है जो इस आपदा काल में भी आम जनता की बीमारी और मौत पर बाजी गिरी वाली राजनीति कर रहे हैं अब तो भगवान ही इन सभी राजनीतिक दलों को सद्बुद्धि दे और सभी मजदूर भाई और बहन अपने घर पर पहुंचे और अपने परिवार से मिले और जल्द से जल्द हमारे वैज्ञानिक कोराना की वेकसीन या दवाई बनाए वैसे हमारे देश के आर्युवेद मे इसका इलाज संभव है हमारी भारत सरकार को इस पर जागरूकता अभियान जमीनी स्तर पर चलाना चाहिए और देश के सभी नागरिकों को कोराना महामारी मे ड्राक्टरो द्वारा दिए गये दिशा निर्देशो का पालन करना चाहिए क्योंकि आज पूरे विश्व के आकडो के अनुसार हमारा देश मे पहले के मुकाबले कोराना महामारी पर कुछ हद तक कंट्रोल हुआ है जिसमे कोराना मरीजो का ठीक होने का आंकड़ा बहुत अच्छा है और मृत्यु दर भी कम है फिर भी सभी नागरिकों को सोशल डिस्टेंस कुछ समय के लिए बनाना पडेगा जबहि हम इस महामारी से विजय पा सकेगे, वंदे भारत संदीप गुप्ता