लोकसभा में पहले स्थगन के बाद दोपहर बाद दो बजे बैठक के शुरू होने पर भी स्थिति में कोई बदलाव नहीं दिखा। सत्तापक्ष के सदस्यों ने नारेबाज़ी करते हुए मांग की कि राहुल गांधी माफी मांगें । द्रविड मुनेत्र कझगम और अन्य पार्टियों के सदस्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पिछले बयानों को लेकर सदन के बीचो बीच आ गये। हंगामे को देखते हुए पीठासीन अधिकारी ने सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी।
आज सवेरे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सत्तापक्ष और विपक्षी सदस्यों ने एक-दूसरे के विरूद्ध नारेबाजी शुरू कर दी थी।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला ने सदस्यों से सदन में शांति व्यवस्था बनाये रखने का बार-बार आग्रह किया। श्री बिडला ने कहा कि सदन में किसी भी विषय पर चर्चा कराई जा सकती है लेकिन विरोध कर रहे सदस्यों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा और इसके बाद सदन की कार्यवाही दोपहर बाद दो बजे तक स्थगित कर दी।
राज्यसभा में भी इसी तरह का माहौल दिखाई दिया। पहले स्थगन के बाद दोपहर बाद दो बजे सदन की बैठक फिर से शुरू होने पर सदन के नेता पीयूष गोयल ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान का मुददा उठाया। श्री गोयल ने कहा कि राहुल गांधी की टिप्पणी संसद का अपमान है और राहुल गांधी को इस पर क्षमा मांगनी चाहिए। जवाब में कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने प्रधानमंत्री के पिछले बयान का मुददा उठाया। कांग्रेस के एक सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि उन्होंने राहुल गांधी पर टिप्पणी के लिये श्री गोयल के विरूद्ध विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि वे श्री गोयल की टिप्पणी के बारे में विचार करेंगें। आम आदमी पार्टी, द्रविड मुनेत्र कझगम, तृणमूल कांग्रेस, वामपंथी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और अन्य विपक्षी सदस्य भी कांग्रेस के समर्थन में सदन के बीचो-बीच आ गये। इसके जवाब में सत्तापक्ष के सदस्यों ने राहुल गांधी के खिलाफ नारेबाजी की।
इस बीच वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने 2022-23 के लिये जम्मू कश्मीर से संबंधित अतिरिक्त अनुदान मांगे और 2023-24 का बजट पेश किया। हंगामा जारी रहने पर सदन की कार्रवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
इससे पहले आज सवेरे आर आर आर और एलीफेंट व्हिपरर्स को ऑस्कर पुरस्कार मिलने पर सभापति ने बधाई भी दी । (AIR NEWS)