संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा 2022 के परिणाम घोषित कर दिए है। इस परीक्षा में इशिता किशोर सर्वोच्च स्थान पर रहीं, जबकि गरिमा लोहिया को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। उमा हराती एन तीसरे और स्मृति मिश्रा को चौथा स्थान मिला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय सिविल सेवा परीक्षा पास करने वाले युवाओं को बधाई दी है। ट्वीट संदेश में प्रधानमंत्री ने उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्र सेवा करने और लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का बहुत ही रोमांचक समय है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सिविल सेवा परीक्षा में असफल रहने वाले युवाओं की निराशा को वे समझते हैं। श्री मोदी ने कहा कि उन्हें और प्रयास करने का मौका मिलेगा और देश भी उन्हें अपना हुनर और ताकत दिखाने के लिए कई अवसर प्रदान करता है।
आकाशवाणी से विशेष बातचीत में उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा की रहने वाली इशिता किशोर ने कहा कि इस उपलब्धि को हासिल करने में उनकी मां की बडी भूमिका है। उन्होंने बताया कि वे महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में काम करना चाहेंगी।
गरिमा लोहिया ने कहा कि उन्होंने कोविड महामारी के दौरान घर पर ही ऑनलाइन सामग्री से तैयारी शुरू की। 59वां स्थान प्राप्त करने वाले अभिज्ञान मालवीय ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां को दिया है। उन्होंने कहा कि वे विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में काम करना पसंद करेंगे।
इस परीक्षा में नौ सौ 33 प्रत्याशी उतीर्ण हुए है, इनमें से सामान्य वर्ग के तीन सौ 45, आर्थिक रुप से पिछले वर्ग के 99, अन्य पिछड़े वर्गों के दो सौ 63, अनुसूचित जाति के एक सौ 54 और अनुसूचित जन जाति के 72 छात्र-छात्राएं शामिल हैं। सिविल सेवा परीक्षा प्रत्येक वर्ष आयोजित होती है। इसके माध्यम से भारतीय प्रशासनिक सेवा, विदेश सेवा, पुलिस सेवा और अन्य सेवाओं के लिए अधिकारियों का चयन किया जाता है। (AIR NEWS)