नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में मंगलवार देर रात महिलाएं सुप्रीम कोर्ट के बाहर धरने पर बैठ गईं। धरने पर बैठी महिलाएं हाथ में बैनर और पोस्टर भी पकड़ी हुई हैं। सुप्रीम कोर्ट के सामने प्रदर्शनकारियों को इकट्ठा होते देख पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है।
जिसके बाद धरने पर बैठी महिलाओं ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने एक प्रदर्शनकारी को हिरासत में लिया है। हालांकि प्रदर्शनकारियों को समझाने में जुटी थी। बता दें कि देशभर में विरोध-प्रदर्शनों के बीच उच्चतम न्यायालय बुधवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ और समर्थन में दायर 143 याचिकाओं पर सुनवाई करेगा।
इसके अलावा एक याचिका केंद्र सरकार ने दायर की है। याचिकाकर्ताओं ने इस कानून को संविधान की मूल भावना के खिलाफ और विभाजनकारी बताते हुए रद्द करने का आग्रह किया है। मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे, जस्टिस एस अब्दुल नजीर तथा जस्टिस संजीव खन्ना की तीन सदस्यीय पीठ ने नौ जनवरी को सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था।
अदालत ने विरोध-प्रदर्शन के दौरान हिंसक घटनाओं पर नाराजगी जताते हुए कहा था कि याचिकाओं पर तभी सुनवाई होगी जब हिंसक घटनाएं बंद हो जाएगी। शाहीन बाग मामले पर भी सुनवाई संभव उच्चतम न्यायालय में बुधवार को शाहीन बाग मामले पर भी सुनवाई हो सकती है।
सीएए कानून के खिलाफ सैकड़ों लोग एक महीने से भी ज्यादा समय से सड़क पर धरना दे रहे हैं। इसके खिलाफ उच्चतम न्यायालय में याचिका दाखिल की गई। याचिकाकर्ताओं का कहना है कि धरने की वजह से नोएडा और दिल्ली के लोगों को परेशानी हो रही है।
The post सुप्रीम कोर्ट के सामने धरने पर बैठी महिलाएं CAA पर सुनवाई से चंद घंटे पहले appeared first on Everyday News. (EVERYDAY NEWS)