राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा है कि कोटा के जे. के. लोन अस्पताल में बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए। आज अस्पताल का दौरा करने के बाद उन्होंने कहा कि इस मामले में उनकी सरकार की प्रतिक्रिया किसी भी रूप में संतोषजनक नहीं है।
जो हम लोगों का रिस्पॉन्स रहा है इस पूरे मामले को लेकर वो किसी हद तक संतोष जनक नहीं है। मेरा ऐसा मानना है कि आज हम लोगों को जवाबदेही तय करनी पड़ेगी। क्योंकि इतने सारे बच्चें अगर मरे हैं। इतने कम समय में तो कोई ना कोई कारण रहे होंगे।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी आज पीडि़तों के परिवारों से भेंट की और हर संभव सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
मैनें राज्य सरकार को यह आग्रह किया है कि इस संकट की घड़ी में हम किस तरीके से नवजात शिशुओं और बच्चों को बचा सकते है इसके लिए जो भी इक्यूपमेंट की आवश्यकता होगी। मैं जन-सहयोग से, कई सरकारी एजेंसियों से, कई निजी सी.एस.आर. के तहत मैं तुरत प्रभाव से उपलब्ध करा दूंगा।
इस बीच, कोटा में बच्चों की मौत के कारणों का जायज़ा लेने के लिए बाल रोग विशेषज्ञ सहित कई अन्य विशेषज्ञ जे के लोन अस्पताल पहुंचे। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने तुरंत कदम उठाने के लिए यह दल भेजा है। अस्पताल में पिछले महीने से अब तक 107 बच्चों की मौत हो चुकी है।