भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन-इसरो ने आज पृथ्वी का अध्ययन करने में सक्षम उपग्रह-ई.ओ.एस-01 को, शक्तिशाली रॉकेट पी एस एल वी- सी 49 के जरिये सफलता पूर्वक प्रक्षेपित किया और इसे अपेक्षित कक्षा में स्थापित किया। इसके साथ नौ और व्यवसायिक उपग्रह भी भेजे गए हैं।
श्रीहरिकोटा के राष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र के क्षेत्र में मौसम खराब होने के कारण इस प्रक्षेपण में थोड़ी देरी हुई। इसे दोपहर बाद तीन बजकर दो मिनट की बजाय तीन बजकर बारह मिनट पर छोड़ा गया। इसरो के वैज्ञानिकों ने बताया कि प्रक्षेपण की समूची प्रक्रिया शुरू से ही सुचारू रूप से चल रही थी।
इसरो प्रमुख डॉक्टर के सिवन ने इस सफल प्रक्षेपण पर वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और तकनिशियनों को बधाई दी है और कहा है कि यह दिवाली के पर्व से पहले का उत्सव है। उन्होंने कहा कि प्रक्षेपण अभियानों की एक पूरी श्रृंखला पीएसएलवी के साथ शुरू की जानी है, जो रॉकेट के एक नए वर्ग की पहली विकासात्मक उड़ान होगी। इसे लघु उपग्रह प्रक्षेपण वाहन और जीएसएलवी कहा जाता है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पी एस एल वी - सी-49/ई ओ एस - 01 मिशन के आज सफलतापूर्वक प्रक्षेपण पर इसरो और देश के अंतरिक्ष उद्योग को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान आई बहुत सी बाधाओं के बाद भी वैज्ञानिकों ने तय समय सीमा के भीतर अपने काम को संपन्न किया। श्री मोदी ने कहा कि अमरीका और लक्समबर्ग के चार-चार तथा लिथुआनिया के एक उपग्रह सहित नौ उपग्रहों को इस मिशन के तहत प्रक्षेपित किया गया। (AIR)