देश के कई इलाकों में भारी वर्षा के कारण जनजीवन प्रभावित है । कल हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड और पंजाब में वर्षा से जुड़ी घटनाओं में 35 लोग मारे गए। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब तथा उत्तर प्रदेश में यमुना और अन्य नदियां उफान पर हैं और बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है।
हिमाचल प्रदेश में ही 24 लोग मारे गए हैं। भारी वर्षा के कारण प्रशासन ने शिमला और कुल्लू में आज सभी शैक्षणिक संस्थाओं को बंद रखने के आदेश दिए हैं। ब्यास और सतलुज नदियों में जलस्तर बढ़ने के कारण पंडोह और नाथपा-झाकड़ी बांध के पट खोल दिए गए हैं।
किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए लोगों को नदियों, नालों से दूर रहने को कहा गया है। भूस्खलन के कारण कल शिमला और कालका के बीच रेल सेवाएं बाधित हैं।
उत्तराखण्ड में उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लॉक में बादल फटने के कारण आठ लोगों की मृत्यु हो गई और 10 लोग लापता हैं। आराकोट, माकुरी और टिकोची गांवों में कई मकान ध्वस्त हो गए हैं।
हरियाणा में यमुना नदी में हथिनीकुंड बैराज से आठ दशमलव एक चार लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद सेना को तैयार रहने के लिए कहा गया है। पंजाब के आओल गांव में एक मकान की छत गिरने के कारण एक परिवार के तीन सदस्यों की मृत्यु हो गई।
उत्तर प्रदेश में गंगा, यमुना और घाघरा के साथ कई नदियां उफान पर हैं। बदायूं, गढ़मुक्तेश्वर, नरोरा और फर्रुखाबाद में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। पलियाकलान में शारदा नदी और एलगिनब्रिज में घाघरा नदी खतरे के निशान से ऊपर हैं।
तमिलनाडु में चेन्नई और आसपास के कई क्षेत्र भारी वर्षा के कारण प्रभावित हैं। मौसम विभाग ने अगले दो दिन में और अधिक वर्षा का अनुमान व्यक्त किया है (AIR NEWS)