गांधीनगर | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां 28 जनवरी से शुरू हो रहे तीन दिवसीय वैश्विक आलू सम्मेलन-2020 का मंगलवार को उद्घाटन करेंगे। यह जानकारी शनिवार को सम्मेलन आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. स्वरूप कुमार चक्रवर्ती ने आईएएनएस को दी। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे और गुजरात के मुख्यमंत्री विजयभाई रूपाणी कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। इस मौके पर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री पुरुषोत्तम रूपाला और कैलाश चौधरी भी मौजूद रहेंगे।
डॉ. चक्रवर्ती भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के तहत संचालित व हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला स्थित केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान के निदेशक हैं। उन्होंने बताया कि भारत चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा आलू उत्पादक देश है और इस सम्मेलन में आलू उत्पादन बढ़ाने और किसानों के लिए इसकी खेती लाभकारी बनाने को लेकर विशेषज्ञों के बीच गहन विचार-विमर्श करने का मौका मिलेगा।
भारत में इससे पहले 2008 में विश्व आलू सम्मेलन का आयोजन हुआ था। उस समय देश में आलू का कुल उत्पादन 346.6 लाख टन था, जोकि बढ़कर वर्ष 2018-19 में 529.59 लाख टन हो गया है। इस प्रकार बीते एक दशक में देश में आलू के उत्पादन में 52.79 फीसदी का इजाफा हुआ है और आगे 2050 तक इसमें सालाना तीन फीसदी की उत्तरोत्तर वृद्धि की उम्मीद की जा रही है।
वहीं, वैश्विक स्तर पर आलू उत्पादन की बात करें तो 1961 से लेकर 2016 के दौरान दुनिया में आलू का उत्पादन 27.05 करोड़ टन से बढ़कर 37.68 करोड़ टन हो गया, हालांकि आलू की बढ़ती खपत मांग को पूरा करने के लिए 2050 तक उत्पादन बढ़ाकर 71.15 करोड़ टन करने की जरूरत है।
आयोजन समिति द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, तीन दिवसीय इस सम्मेलन में 30 से अधिक देशों के ख्याति प्राप्त अनुसंधानकर्ता हिस्सा लेंगे। सम्मेलन का समापन 30 जनवरी को होगा।
(RTI NEWS)